Wednesday 19 October 2011

आज फिर कोई तारा टूटा है ...मिल अंधेरों ने आसमान लूटा है ..

किसी दिन ऐसा बिका ...की फिर मशहूर हो गया ...
तनहा दीवार पर टंगा...मानो मजबूर हो गया ...
सितारा बोलते थे उसे ...और पोस्टर बना डाला ...
कांपते हाथों ने ...फिर किसी सर्दी जला डाला ...
आज फिर कोई तारा टूटा है ...मिल अंधेरों ने आसमान लूटा है ...

                        ~Basant~

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