एलोवेरा ऐसा पौधा है जिसमें अनेक रोगों का निदान छिपा है। इसीलिए पहले के समय में एलोवेरा का उपयोग साधारण लोगों ज्यादा बहुत अधिक नहीं किया जाता था। लेकिन अब इसका उपयोग सबसे अधिक औषधी निर्माण किया जा रहा है।माना जाता है कि इसके औषधीय गुणों के कारण व्यक्ति को फिट रखने में एलोवेरा महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता हैं।एलोवेरा के पौधे को घृतकुमारी, कुमारी, घी-ग्वार भी कहा जाता है। एलोवेरा का जीवन देने वाली यानी संजीवनी आयुर्वेदिक औषधी भी मानी जाती है। घी ग्वार को पेट के लिए अमृत माना गया है। जिन लोगों को अक्सर कब्ज की समस्या रहती है उन्हें नियमित रुप से इसका सेवन करना चाहिए।
ऐलोवेरा में बहुत तरह के खनिज तत्व और अमीनो अम्ल भी मिलता है।ये दोनों ही शरीर के लिए जरूरी है इन तत्वों को निरंतर शरीर की जरूरत रहती है जिसे पूरी करना भी जरूरी है। एलोवेरा बढिय़ा एंटीबायोटिक और एंटीसेप्टिक के रूप में काम करता है। दिल से जुड़ी कोई बीमारी या मधुमेह हो तो ये इन दोनों ही रोगों के रोगियों के लिए बहुत अच्छा माना गया है। जोड़ों का दर्द भी गायब हो जाता है एलोवेरा दवाई के रूप में हर उम्र के लोग इस्तेमाल कर सकते है और यह शरीर में जाकर खराब सिस्टम को ठीक करता है। इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता। यह बैक्टीरिया नाशक है साथ ही मेटाबॉलिक क्रिया को ठीक करता है। त्वचा की देखभाल और बालों की मजबूती व बालों की समस्या से निजात पाने के लिए एलोवेरा एक संजीवनी का काम करती है। इसके प्रयोग से बीमारियों से मुक्त रहकर लंबी उम्र तक स्वस्थ और रहा जा सकता है।
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