क्या आपकी स्कीन समय से पहले बुढ़ों की तरह दिखने लगी है?क्या तरह-तरह के कास्मेटिक्स का उपयोग करके परेशान हो चूके हैं?क्या फिर भी स्कीन प्राब्लम्स हैं कि खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं तो आप की त्वचा को कास्मेटिक्स की नहीं बल्कि अच्छे खान-पान और योग की जरूरत है। कुछ हस्त योग मुद्राए हैं जिन्हें आप रोज सिर्फ 15 मिनट देकर अपनी कई समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं। ऐसी ही एक मुद्रा वरूण मुद्रा जिसे करके आप स्कीन प्रॉब्लम्स से आप छुटकारा पा सकते हैं।
वरूण का अर्थ है जल। जल ही जीवन है। हवा की तरह पानी भी जीवन के लिए उपयोगी है। भोजन के बिना कुछ महीने जीवित रहा जा सकता है। पानी के बिना कुछ दिन जीवित रहना कठिन हो जाता है। पानी भोजन को तरल बनाने में सहयोगी नहीं बनता, उससे विविध तत्वों का निर्माण भी होता है। पानी के अभाव से शरीर रूखा और निष्क्रिय हो जाता है। कनिष्ठा हाथ की सबस छोटी अंगुली को कहा जाता है। कनिष्ठा या लिटिल फिंगर जल का प्रतीक है। कनिष्ठा अंगुली का आगे का भाग और अंगूठे के अग्रभाग को मिलाने से वरूण मुद्रा बनती है।
आसन- सर्दी के समय इसका सीमित प्रयोग करें। दूसरे मौसम में कम से कम चौबीस मिनट करें। पूरा समय अड़तालिस मिनट है।
परिणाम -शरीर का रूखापन दूर होता है।त्वचा चमकीली और मुलायम बनती है। चर्म रोग दूर होते हैं। रक्त विकार दूर होते हैं। यौवन लंबे समय तक बना रहता है। बुढ़ापा जल्दी नहीं आता है।
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