Friday 11 November 2011

कहीं आपको कोई बीमारी तो नहीं जानना चाहते हैं, तो अपने नाखून देखें



नाखून आपके स्वास्थ्य व सौन्दर्य का श्रेष्ठ दर्पण है। नाखूनों का कोई रंग नहीं होता। वे पारदर्शी होते हैं। स्वस्थ दशा में नाखून का जो मोतियों की तरह गुलाबी रंग का दिखाई देता है। वह नाखून के नीचे के स्वस्थ रक्त के कारण चमकता है। 

यदि आप किसी नख को जोर से दबाकर देखें तो वह रक्त के इधर-उधर सिमट जाने के कारण दूधिया रंग का दिखाई पडऩे लगता है। ऐसे लोगों में रक्त की कमी होती है या जो तनावग्रस्त रहते हैं। उनके नाखून गुलाबी और पीले न होकर पीले या सफेद नजर आते हैं। चिकने, सफेद धब्बों व धारियों से रहित नाखून आपकी स्वस्थता और सौंदर्य की सही पहचान है। 

 दिल के रोग- अंगुलियों के अंतिम सिरे के ऊपर नख मुड़े हुए होना दिल या फेफड़े के रोग का प्रतीक है।

 स्नायविक दुर्बलता- नाखून टेड़े या वृताकार हों तो रक्तहीनता से पीडि़त होने के कारण ऐसा होता है। नाखूनों में आड़े उभार पैदा होना नाखून को जोर से दबाकर देखें।  

- कभी-कभी बिना नाखूनों की अंगुलियों वाले बच्चे भी पैदा होते हैं। इस लक्षण वाले शिशु में बहुधा पैदाइशी गंजापन पाया जाता है।

- नाखूनों में खुरदुरापन है, समतलता नहीं है, छोटे बच्चे नाखून चबाते हैं ऐसा कैल्सियम के कमी के कारण होता है। 

नाखून टूटना ज्यादा टूटते हैं तो क्या करें - यदि नाखून टूटे, फटे, त्वचा से अलग हो गए हों तो सरसों के गुनगुने तेल में अंगुलियां दस मिनट तक डुबाएं। बाद में धीरे-धीरे मल जिसमें उनमें रक्त प्रवाह हो। यदि आपके नाखून आसानी टूट जाते हैं। कै ल्शियम से युक्त भोजन व दूध प्रचुर मात्रा में ले। 

No comments: