Friday 11 November 2011

क्यों अचानक बढऩे लगता है मोटापा?



मोटापे से कई बीमारियां जन्म लेती हैं जैसे हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर। स्त्री हो या पुरुष, उनका वजन उनकी लंबाई के हिसाब से होना चाहिए जैसे 5 फिट लंबाई हो तो वजन 60 किलोग्राम कुछ कम या ज्यादा हो तो एडजस्ट किया जा सकता है। मोटापे का मतलब है हमारी ऊंचाई के अनुपात में अत्यधिक वजन होना। मोटापे की समस्या होने पर व्यक्ति का पूरा शरीर थुलथुला हो जाता है और मांसपेशियां भी ढीली हो जाती है। कूल्हे व पीठ का भाग बढ़ जाता है, पेट लटक जाता है, हाथ व जांघ थुलथुले हो जाते हैं। यह सभी मोटापे के ही लक्षण हैं। 

वजन बढऩे के पीछे कई कारण हैं जैसे:

- गलत रहन-सहन और बुरी आदतों की लत के चलते भी मोटापे की समस्या बढ़ जाती है। 

- लगभग प्रतिदिन मांस-मदिरा का सेवन करने वाले लोगों में तो मोटापे की समस्या रहती ही है। मांस से शरीर में चर्बी बढ़ती है।

- हमारे पास योगा और अन्य शारीरिक श्रम का समय नहीं होता, जिससे शरीर में वसा की अधिकता हो जाती है। 

- हमारे शरीर में ऊर्जा ज्यादा उत्पन्न होती है और उस ऊर्जा का पूर्ण उपयोग ना होने पर वह शरीर के उन्हीं भागों में चर्बी के रूप में जमा हो जाती है। इसके परिणाम स्वरूप वजन बढऩे लगता है। 

- खाना, सोना और आराम र्का नियमित समय नहीं होने पर । जिससे शरीर के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

- स्वास्थ्यवर्धक खाने की चीजों से हम दूर होते जा रहे हैं। सात्विक भोजन की जगह जंक फूड ने ली है। 

कैसे दूर करें मोटापा- मोटापे से कई बीमारियां जन्म लेती हैं जैसे हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर, इसी तरह महिलाओं में मोटापे से चलना मुश्किल हो जाता है। स्त्री हो या पुरुष, उनका वजन उनकी लंबाई के हिसाब से होना चाहिए जैसे 5 फिट लंबाई हो तो वजन 60 किलोग्राम कुछ कम या ज्यादा हो तो एडजस्ट किया जा सकता है। 

- बदन हल्का छरहरा होना चाहिए। इतना वजन हो कि इंसान खुद से अपना भार उठा सके, जिंदगी का सुख ले सके, मोटापा से छुटकारा पाएं, दीर्घजीवी हों। 

- मोटापा शरीर में चर्बी बढऩे से होता है, इसलिए चर्बीयुक्त तथा कार्बोहाइड्रेट युक्त पदार्थ का सेवन ना करें। - हम अपने खाने-पीने का ध्यान ठीक से नहीं रखते, इसलिए मोटापा बिना पूछे बढ़ता रहता है। जैसे मांस, घी, चावल, तली चीजें, खाना खाने के बाद मीठा खाना, अधिक केले खाना, चिकनाई वाले पदार्थ खाना, खाना खाने के बाद तुरंत सो जाना, जरूरत के अनुसार श्रम ना करना, हमेशा जरूरत से ज्यादा खाना खाना, मासिक धर्म ना होना या गड़बड़ी होने से भी मोटापा बढ़ता है।

- भूख से कम खाएं, फल ज्यादा खाएं, हरी सब्जियां खाएं, भोजन के एक घंटे बाद पानी पिएं।

- गाजर का जूस रोज पिएं।

- अंकुरित अनाज खाएं, लो कैलोरी वाला भोजन लें।

- चिकनाई युक्त पदार्थ कम से कम खाएं।

- हरी सब्जियां अधिक खाएं, नमक कम खाएं, टमाटर खाएं।

- हफ्ते में एक बार उपवास करें।

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